31 Medicines Including Cystone Syrup and Liv 52 Banned : लखीमपुर खीरी में 31 आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट और नकली उत्पादों का भंडाफोड़ हुआ है। इनमें लिव-52 टैबलेट, सिस्टोन सिरप और 31 अन्य दवाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चौंकाने वाली खबर! उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लेते हुए Liv 52 टैबलेट, Cystone सिरप समेत 31 आयुर्वेदिक दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये वो दवाएं हैं जिनमें जांच के दौरान तयशुदा गुणवत्ता मानकों को पूरा न करने वाली खामियां पाई गईं। ऐसे में आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए ये दवाएं कितनी सुरक्षित हैं, ये सवाल खड़ा होना लाज़मी है।
आइए, इस लेख में हम गहराई से जानते हैं कि आखिर हुआ क्या है? लिव.52 जैसी लोकप्रिय दवा पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है? उपभोक्ता के तौर पर हमें क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
मिलावट और नकली उत्पादों का भंडाफोड़ कैसे हुआ?
उत्तर प्रदेश के आयुर्वेदिक विभाग को पिछले कुछ समय से प्रदेश भर से कई आयुर्वेदिक दवाओं की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों पर गौर करते हुए विभाग ने बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाया। हाल ही में, जांच रिपोर्ट आने के बाद, 32 दवाओं में गंभीर खामियां पाई गईं, जो निर्धारित गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करती थीं। उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन 32 दवाओं पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया।
Adulteration in #Ayurvedicmedicine .
31 products banned including big brand like #Liv52 and Sistone syrup.
10 spurious drug also found in test results.#Medtwitter pic.twitter.com/yhmQBWsIs2
— Medlarge (@medlarge) March 17, 2024
मिलावट वाली दवाओं की सूची:
- विश्वास गुड हेल्थ कैप्सूल आयुर्वेदा (गाजियाबाद)
- पेन निल चूर्ण (कानपुर)
- एज-फिट चूर्ण (कानपुर)
- अमृता आयुर्वेदिक चूर्ण (कानपुर)
- स्लीमेक्स चूर्ण (कानपुर)
- दर्द मुक्ति चूर्ण (कानपुर)
- आर्थोनिक चूर्ण (कानपुर)
- योगी केयर (कानपुर)
- माइकॉन गोल्ड कैप्सूल (लखनऊ)
- डायबियंट शुगर केयर टैबलेट (लखनऊ)
- हाईपावर मूसली कैप्सूल (लखनऊ)
- डायबिक केयर (लखनऊ)
- झंडु लालिमा ब्लड एंड स्किन प्यूरिफायर (गौतमबुद्ध नगर)
- हेल्थ गुड सीरप (गाजियाबाद)
- हेपलिव डीएस सीरप (गाजियाबाद)
- लिव-52 (गौतमबुद्ध नगर)
- न्यू रिविल (वाराणसी)
- बोस्टा एम आर टैबलेट (लखनऊ)
- लिव-52 (लखीमपुर)
- डायबिटीज कैप्सूल (मेरठ)
- लिव-52 (लखीमपुर)
- एलोवेरा जूस (कानपुर)
- त्रिफला चूर्ण (कानपुर)
- अश्वगंधा चूर्ण (कानपुर)
- शतावरी चूर्ण (कानपुर)
- अमलकी चूर्ण (कानपुर)
- नीम कैप्सूल (गाजियाबाद)
- आंवला कैप्सूल (गाजियाबाद)
जांच में क्या मिला:
- सिस्टोन सिरप में 40% से अधिक शुगर की मात्रा मिली, जो लेबल पर अंकित नहीं थी।
- लिव-52 में मंडूर भस्म और दारुहरिद्रा का प्रयोग लेबल पर सही ढंग से नहीं दर्शाया गया था।
- अन्य दवाओं में भी विभिन्न प्रकार की मिलावट पाई गई।
मिलावट और नकली उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। इन दवाओं में हानिकारक रसायन और अन्य पदार्थ हो सकते हैं जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच और कार्रवाई
लखनऊ की राजकीय विश्लेषक, आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा जांच में इन दवाओं की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई। इनमें मिलावट और नकली सामग्री का इस्तेमाल पाया गया।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. हरबंश कुमार ने बताया कि इन दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विक्रेताओं और निर्माताओं को संबंधित बैच की इन दवाओं की बिक्री न करने का नोटिस जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग प्रतिबंधित दवाओं के विक्रेताओं और निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
डॉ. हरबंश कुमार ने लोगों से अपील है कि वे इन प्रतिबंधित दवाओं का उपयोग न करें। केवल लाइसेंसधारी दुकानों से ही आयुर्वेदिक दवाएं खरीदें। दवा खरीदते समय लेबल और बैच नंबर जरूर देखें। यदि दवा की गुणवत्ता पर संदेह हो तो तुरंत इसकी जानकारी आयुर्वेदिक विभाग को दें।
- नकली और मिलावटी दवाओं का सेवन न करें।
- दवा खरीदते समय दुकानदार से लाइसेंस और दवा का रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर पूछें।
- दवा की पैकिंग पर तारीख और बैच नंबर जरूर देखें।
- दवा का रंग, गंध और स्वाद में कोई बदलाव होने पर दवा का सेवन न करें।
- यदि आपको कोई संदेह हो तो दवा को वापस दुकानदार को लौटा दें।
निष्कर्ष:
आयुर्वेदिक दवाओं में मिलावट का मामला चिंताजनक है। यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे नकली और मिलावटी दवाओं से सावधान रहें।
तो दोस्तों, यह थी Liv 52 और Cystone Syrup समेत 31 दवाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने से संबंधित पूरी जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए Nirala Times के साथ जुड़े रहे।