Byjus News : EdTech क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बायजूज, पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए मंत्रालय की जांच रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में कंपनी पर एक दर्जन से अधिक नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। क्या होगा Byju’s का भविष्य?
भारत की सबसे बड़ी एडुटेक कंपनी Byju’s इस समय भारी आर्थिक संकट का सामना कर रही है। कंपनी अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही है। अब इस पर एक और मुसीबत आ गई है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (MCA) की जांच इकाई के रीजनल डायरेक्टर ने बायजूज (Byju’s) के खिलाफ एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की है। रिपोर्ट में बायजूज (Byju’s) पर कंपनी एक्ट के एक दर्जन से अधिक नियमों के उल्लंघन और वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, रीजनल डायरेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में Byju’s पर कंपनी एक्ट के कई प्रावधानों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। इनमें कंपनी के वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी, गलत तरीके से फंड जुटाना, और निवेशकों को गुमराह करना शामिल है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बायजूज (Byju’s) ने अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर गलत जानकारी दी है और निवेशकों को गुमराह किया।
आरोपों की सूची:
- कंपनी एक्ट के सेक्शन 12 और 18 का उल्लंघन
- वित्तीय गड़बड़ियां
- निवेशकों को गुमराह करना
- लेनदेन में पारदर्शिता की कमी
- फर्जी दस्तावेज जमा करना
मंत्रालय का अगला कदम
मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (MCA) अभी इस रिपोर्ट का विश्लेषण कर रहा है। प्रक्रिया के मुताबिक, अगर मंत्रालय इस विस्तृत रिपोर्ट पर विस्तृत जांच का फैसला करती है तो या यह सीरियस फ्रॉड इनवेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) को जांच का आदेश दे सकती है या मंत्रालय की जांच इकाई के डायरेक्टर जनरल को जांच के लिए कह सकती है।
Byju’s Financial Crisis : Byju’s पर आर्थिक संकट
Byju’s पहले से ही भारी आर्थिक संकट का सामना कर रही है। कंपनी अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही है। बायजूज (Byju’s) के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने जानकारी देते हुए कहा है कि कंपनी कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है क्योंकि निवेशकों के साथ चल रहे विवाद के बीच राइट्स इश्यू फंड एक अलग खाते में बंद है। हाल ही में कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए फंड जुटाया था लेकिन इसे भी लेकर विवाद हो रहा है। इसके कुछ निवेशकों ने पिछले फंडिंग राउंड की तुलना में इस बार 99 फीसदी कम वैल्यूएशन पर 20 करोड़ डॉलर जुटाने के फैसले का विरोध किया है।
यह देखना बाकी है कि मंत्रालय बायजूज (Byju’s) के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। अगर आरोप सही साबित होते हैं तो कंपनी पर भारी जुर्माना लग सकता है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। यह देखना बाकी है कि इस मुश्किल दौर में कंपनी इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है।
Byju’s निवेशकों का विरोध
हाल ही में कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए फंड जुटाया था लेकिन इसे भी लेकर विवाद हो रहा है। इसके कुछ निवेशकों ने पिछले फंडिंग राउंड की तुलना में इस बार 99 फीसदी कम वैल्यूएशन पर 20 करोड़ डॉलर जुटाने के फैसले का विरोध किया है।
एमसीए की जांच और निवेशकों के विरोध के बीच बायजूज (Byju’s) का भविष्य अनिश्चित है। यह देखना बाकी है कि कंपनी इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है।
निष्कर्ष:
बायजूज (Byju’s) एक बार फिर मुश्किलों में है। एमसीए की जांच और निवेशकों के विरोध से कंपनी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यह देखना बाकी है कि बायजूज (Byju’s) इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है।
तो दोस्तों, यह थी Byjus से संबंधित पूरी जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए niralatimes.com के साथ जुड़े रहे।