Coronavirus Update 2024: COVID-19 Sub Variant JN.1 तेजी से फैल रहा है, इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी

Nirala Times - News Desk
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COVID-19 Sub Variant JN.1
Highlights
  • कोरोना के नए सब-वैरिएंट (COVID-19 JN.1 Variant) का भारत में तेजी से प्रसार हो रहा है।
  • नए सब-वैरिएंट (COVID-19 JN.1 Variant) के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी हुई है।
  • एसिम्टोमेटिक मरीजों को एंटीवायरल दवा नहीं देनी चाहिए।
  • कोमोरबिडिटी वाले मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर रेमेडिसविर दवा दी जा सकती है।

Coronavirus Update 2024: भारत में कोरोना के COVID-19 Sub Variant JN.1 का तेजी से प्रसार हो रहा है। पिछले कुछ हफ्तों से दैनिक संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते हुए रिपोर्ट किए जा रहे थे, हालांकि रविवार को जारी आंकड़ों में इसमें थोड़ा सुधार देखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई कोरोना के जानकारियों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में 375 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है, दो लोगों के मौत के मामले भी सामने आए हैं।

गौरतलब है कि पिछले करीब दो हफ्तों से रोजाना औसतन 500-600 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा रही थी। देश में अब COVID-19 के एक्टिव केस भी कम होकर 3075 रह गए हैं।

Covid JN.1 Variant

>> यह भी पढ़ें – भारत में JN.1 Variant का खतरा? सरकार ने इस वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया

कोरोना के दैनिक मामलों में थोड़ी कमी जरूर देखी गई है COVID-19 JN.1 Variant का देश में प्रसार तेजी से जारी है। आंकड़ों के मुताबिक COVID-19 JN.1 Variant अब 17 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है और इससे संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर 1200 को पार कर गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस गति से ये नया COVID-19 JN.1 Variant बढ़ रहा है वो निश्चित ही चिंताजनक है। कई देशों में इसी JN.1 Variant के कारण हालात काफी तेजी से बिगड़े हैं, वहां से सीख लेते हुए हम सभी को सावधान रहने की आवश्यकता है।

नई गाइडलाइन में क्या बदलाव हुए हैं?

नई गाइडलाइन के मुताबिक, एसिम्टोमेटिक मरीजों को एंटीवायरल दवा नहीं देनी चाहिए। केवल उन्हीं मरीजों को एंटीवायरल दवा दी जा सकती है, जिनमें लक्षण लगातार बने रहें या जटिलताएं बढ़ रही हों।

कोमोरबिडिटी वाले मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर रेमेडिसविर दवा दी जा सकती है। वहीं अगर रोगी को कोई और संक्रमण न हो तो उसे एंटीबायोटिक दवाएं बिल्कुल नहीं दी जानी चाहिए।

Coronavirus Update 2024

COVID-19 JN.1 Variant कितना खतरनाक है?

आधिकारिक सूत्रों ने बताया, वर्तमान में उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि JN.1 Variant न तो गंभीर मामलों का कारण बन रहा है और न ही इससे अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु दर का ज्यादा जोखिम है। अगर सावधानी बरती जाए और कोरोना से बचाव के उपायों का पालन किया जाए तो इस नए वैरिएंट (COVID-19 JN.1 Variant)  के प्रसार को रोका जा सकता है।

COVID-19 JN.1 Variant  के लक्षण

  • बुखार
  • खांसी
  • थकान
  • गले में खराश
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सिरदर्द
  • नाक बहना
  • गले में दर्द

 COVID-19 JN.1 Variant से बचाव के उपाय

  • मास्क पहनें
  • साबुन से बार-बार हाथ धोएं
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें
  • अनहेल्दी फूड से बचें
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
  • अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं

निष्कर्ष:

COVID-19 Sub Variant JN.1 का भारत में तेजी से प्रसार हो रहा है। हालांकि, यह वैरिएंट गंभीर मामलों का कारण नहीं बन रहा है। फिर भी, सावधानी बरतना जरूरी है। कोरोना से बचाव के सभी उपायों का पालन करें और नियमित रूप से मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और हाथ धोएं।

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By Nirala Times News Desk
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