D2M Technology : अब बिना सिम और इंटरनेट के देख सकेंगे वीडियो, जानिए क्या है D2M Technology?

Nirala Times - News Desk
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D2M Technology in hindi
Highlights
  • भारत में जल्द ही D2M टेक्नोलॉजी लॉन्च होने वाली है।
  • इस तकनीक से बिना सिम और इंटरनेट के वीडियो देख सकेंगे।
  • यूजर्स अपने स्मार्टफोन पर लाइव टीवी चैनल देख सकेंगे।
  • यह टेक्नोलॉजी 5G नेटवर्क की भीड़ कम करने में मदद करेगी।

Direct-to-Mobile (D2M) Technology in India : D2M Technology भारत में जल्द ही बिना Sim card और Internet के वीडियो देखने की सुविधा शुरू होने वाली है। सरकार D2M Technology को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस तकनीक से यूजर्स अपने Smartphone पर Live TV Channel देख सकेंगे।

D2M Technology Kya Hai?

D2M Technology एक ऐसी Technology है जो बिना किसी एक्टिव इंटरनेट कनेक्शन के Smartphone पर multimedia content ट्रांसमिट करने में सक्षम है। इस तकनीक का उपयोग करके नेटवर्क बैंडविड्थ पर दबाव डाले बिना सीधे यूजर्स के मोबाइल फोन पर जानकारी पहुंचाई जा सकती है। इसका उपयोग एमरजेंसी अलर्ट जारी करने और डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए मदद करने के लिए किया गया है।

D2M Technology कैसे काम करती है?

D2M Technology FM Radio के जैसे ही काम करती है। यह वीडियो, ऑडियो और डेटा सिग्नल को सीधे मोबाइल और स्मार्ट उपकरणों पर प्रसारित करने के लिए टेरेस्ट्रियल टेलीकम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर और पब्लिक ब्रॉडकास्टर द्वारा सुझाए गए स्पेक्ट्रम का उपयोग करती है।

D2M Technology से क्या फायदे होंगे?

D2M Technology की हमें क्यों जरूरत है? इसके क्या फायदे हैं और इसे बड़े पैमाने पर कैसे उपयोग किया जा सकता है? आइये विस्तार से जानते हैं :

  • बिना सिम और इंटरनेट के वीडियो देख सकेंगे: D2M Technology के उपयोग से यूजर्स बिना सिम और इंटरनेट के भी वीडियो देख सकेंगे। इससे उन लोगों को फायदा होगा जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, जहां इंटरनेट की सुविधा कम होती है।
  • 5G नेटवर्क की भीड़ कम होगी: वीडियो कंटेंट की खपत में लगातार बढ़ोतरी के कारण 5G नेटवर्क पर भीड़ बढ़ रही है। D2M Technology का उपयोग करके वीडियो ट्रैफिक को कम किया जा सकता है, जिससे 5G नेटवर्क की भीड़ कम होगी।
  • ‘टीवी डार्क’ घरों तक पहुंच बढ़ेगी: भारत में लगभग 8-9 करोड़ घर ऐसे हैं, जिनके पास टेलीविजन सेट नहीं है। D2M Technology का उपयोग करके इन घरों तक वीडियो कंटेंट की पहुंच बढ़ाई जा सकती है।
  • शिक्षा: D2M Technology का उपयोग शिक्षा को अधिक सुलभ और सुलभ बनाने के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, D2M का उपयोग ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और व्याख्यान प्रसारित करने के लिए किया जा सकता है।
  • स्वास्थ्य सेवा: D2M Technology का उपयोग स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, D2M Technology का उपयोग डॉक्टरों और मरीजों के बीच दूरस्थ परामर्श प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।

  • सरकारी सेवाएं: D2M Technology का उपयोग सरकारी सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, D2M Technology का उपयोग नागरिकों को सरकारी सूचनाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।

कुल मिलाकर, D2M Technology एक शक्तिशाली तकनीक है जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।

D2M Technology के नुकसान और चुनौतियां

D2M Technology के नुकसान और चुनौतियां निम्नलिखित हैं :

  • तकनीकी चुनौतियां: D2M Technology एक अपेक्षाकृत नई तकनीक है, और अभी भी कुछ तकनीकी चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों में शामिल हैं:

    • समग्र प्रभावशीलता: D2M Technology की प्रभावशीलता अभी भी पूरी तरह से समझी नहीं गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि यह तकनीक मौजूदा वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाओं की तुलना में कितनी कुशल है।
    • वीडियो की गुणवत्ता: D2M Technology का उपयोग करके प्रसारित किए जाने वाले वीडियो की गुणवत्ता वर्तमान वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली गुणवत्ता से कम हो सकती है। इसका कारण यह है कि D2M Technology का उपयोग करके वीडियो को कम बैंडविड्थ पर प्रसारित किया जाता है।
    • सुरक्षा: D2M Technology का उपयोग करके प्रसारित किए जाने वाले वीडियो की सुरक्षा भी एक चिंता का विषय है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह तकनीक वीडियो सामग्री की सुरक्षा में बाधा नहीं डालती है।
  • नियामक चुनौतियां: D2M Technology एक नई तकनीक है, और इसके लिए अभी तक कोई नियामक ढांचा नहीं है। यह स्पष्ट नहीं है कि इस तकनीक को कैसे विनियमित किया जाना चाहिए।

  • व्यावसायिक चुनौतियां: D2M Technology के लिए एक व्यावहारिक व्यवसाय मॉडल विकसित करना एक चुनौती हो सकती है। यह स्पष्ट नहीं है कि इस तकनीक से पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं।

इन चुनौतियों के बावजूद, D2M Technology एक आशाजनक तकनीक है जिसका उपयोग वीडियो कंटेंट की खपत को बढ़ाने और 5G नेटवर्क की भीड़ कम करने के लिए किया जा सकता है। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए शोध और विकास जारी है।

D2M Technology का भारत में भविष्य

D2M Technology in India : D2M Technology भारत में वीडियो कंटेंट की खपत को बढ़ाने में मदद कर सकती है। यह 5G नेटवर्क की भीड़ कम करने में भी मदद करेगी। सरकार D2M Technology को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही यह टेक्नोलॉजी भारत में आम हो जाएगी।

D2M Technology Launch Date in India

फिलहाल D2M Technology का भारत में औपचारिक तौर पर लॉन्च नहीं हुआ है, लेकिन सरकार इसपर तेजी से काम कर रही है और परीक्षण प्रोजेक्ट चला रही है. जल्द ही 19 शहरों में इसका ट्रायल किया जाएगा, जिसके आधार पर पूरे देश में लॉन्च की तारीख तय की जाएगी.

ये शहर जो ट्रायल का हिस्सा बनेंगे:

  • बैंगलोर
  • कर्तव्य पथ दिल्ली
  • नोएडा
  • आगरा
  • लखनऊ
  • वाराणसी
  • जयपुर
  • जोधपुर
  • अहमदाबाद
  • वडोदरा
  • मुंबई
  • पुणे
  • हैदराबाद
  • विशाखापट्टनम
  • चेन्नई
  • कोलकाता
  • गुवाहाटी
  • शिलांग
  • इम्फाल

अक्टूबर 2023 में सूचना एवं प्रसारण सचिव, अपूर्व चंद्रा ने बताया था कि जल्द ही भारत में D2M Technology Launch की जाएगी. हालांकि उन्होंने कोई निश्चित तारीख नहीं बताई थी. उम्मीद है कि 2024 के अंत तक ये तकनीक पूरी तरह से लॉन्च हो जाएगी.

इसलिए अभी D2M Technology के लॉन्च की कोई सटीक तिथि नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि इस साल के अंत तक ये तकनीक पूरे देश में उपलब्ध हो जाएगी.

D2H Technology App

अभी तक D2M Technology के लिए कोई अलग से एप्लिकेशन विकसित नहीं किया गया है, क्योंकि ये टेक्नोलॉजी ख़ुद मौजूदा स्मार्टफ़ोन हार्डवेयर और फीचर्स का इस्तेमाल करती है, बिना जरूरत किसी अतिरिक्त ऐप की।

आप बिना इंटरनेट या सिम कार्ड के सीधे अपने स्मार्टफ़ोन पर D2M Technology के ज़रिए वीडियो देख पाएंगे. ये फीचर फ़ोन के ओएस में ही इंटीग्रेट हो जायेगा जिससे बिना किसी एक्स्ट्रा ऐप की ज़रूरत के आप इसका फ़ायदा उठा सकेंगे।

सरकार के अनुसार, D2M Technology के भविष्य में डेवलपर्स को एपीआईज़ उपलब्ध कराए जा सकते हैं. इससे डेवलपर्स एप्लिकेशन बना सकेंगे जो खास D2M कंटेंट को एक्सेस करेंगे या फिर D2M फीचर को अपने एप्स में जोड़कर अतिरिक्त फंक्शनलिटी देंगे। लेकिन फिलहाल, ऐसा कोई एप्लिकेशन बाज़ार में मौजूद नहीं है।

उम्मीद है, ये जानकारी D2M Technology और उसके साथ जुड़े एप्लिकेशन की स्थिति को स्पष्ट करती है. अगर भविष्य में D2M Technology के लिए कोई एप्लिकेशन विकसित होता है, तो आपको अवश्य सूचित किया जायेगा।

निष्कर्ष:

D2M Technology एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो वीडियो कंटेंट की खपत को बढ़ाने और 5G नेटवर्क की भीड़ कम करने में मदद कर सकती है। भारत में इस टेक्नोलॉजी के लॉन्च से देश में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी आएगी।

तो दोस्तों, यह थी D2M Technology के बारे में पूरी जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए niralatimes.com के साथ जुड़े रहे।

D2M Technology से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  • D2M Technology क्या है?

D2M का अर्थ है “डिस्ट्रीब्यूटेड डिजिटल मैकेनिज्म”। यह एक नई तकनीक है जो बिना इंटरनेट या सिम कार्ड के मोबाइल डिवाइसों पर वीडियो सामग्री को प्रसारित करने की अनुमति देती है। D2M Technology का उपयोग करके, उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट कनेक्शन के लाइव टेलीविजन, ओटीटी सामग्री और अन्य वीडियो कंटेंट देख सकते हैं।

  • D2M Technology किस देश में है?

D2M Technology को भारत में विकसित किया गया था। भारत सरकार इस तकनीक को विकसित करने और इसे पूरे देश में लॉन्च करने के लिए काम कर रही है।

  • D2M Technology किसने विकसित की?

D2M Technology को भारत सरकार के दूरसंचार विभाग के तहत एक सरकारी अनुसंधान संस्थान, वायरलेस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग रिसर्च संस्थान (WIER) ने विकसित किया था।

  • D2M Technology को कब लॉन्च किया जाएगा?

सरकार D2M टेक्नोलॉजी को जल्द ही लॉन्च करने की योजना बना रही है। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक यह टेक्नोलॉजी भारत में आम हो जाएगी।

  • D2M Technology का उपयोग करने के लिए क्या आवश्यकता होगी?

D2M Technology का उपयोग करने के लिए यूजर्स के पास एक D2M सपोर्ट वाला स्मार्टफोन होना चाहिए। इसके अलावा, उनके क्षेत्र में D2M टेलीकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।

  • D2M Technology के लिए कितना शुल्क होगा?

D2M Technology के लिए शुल्क अभी तक तय नहीं किया गया है। उम्मीद है कि यह शुल्क अन्य वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाओं के समान होगा।

  • मैं इंटरनेट के बिना मोबाइल का उपयोग कैसे कर सकता हूं?

D2M Technology के अलावा, इंटरनेट के बिना मोबाइल का उपयोग करने के लिए अन्य तरीके भी हैं। इनमें शामिल हैं:

  • ऑफलाइन ऐप्स: कई ऐप्स हैं जिन्हें ऑफलाइन उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन ऐप्स को आप अपने मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड और इंस्टॉल कर सकते हैं और फिर उन्हें इंटरनेट कनेक्शन के बिना उपयोग कर सकते हैं।
  • FM रेडियो: FM रेडियो एक और तरीका है जिससे आप इंटरनेट के बिना अपने मोबाइल डिवाइस पर ऑडियो सामग्री सुन सकते हैं।
  • ऑडियोबुक: ऑडियोबुक एक और तरीका है जिससे आप इंटरनेट के बिना अपने मोबाइल डिवाइस पर ऑडियो सामग्री सुन सकते हैं।

D2M Technology इंटरनेट के बिना मोबाइल का उपयोग करने का एक नया और अभिनव तरीका है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जहां इंटरनेट की पहुंच सीमित है।

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