Farmers Protest 2024 : 26 किसान संगठनों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए 13 फरवरी को दिल्ली कूच और 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। जानें पूरी डिटेल्स
Kisan Andolan Reason 2024 : एक बार फिर किसान आंदोलन
2023 के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के बाद, 2024 में एक बार फिर किसान सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। 26 किसान संगठनों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए सरकार से आर-पार का मूड कर लिया है। किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दी है।
13 फरवरी को दिल्ली कूच और 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान करते हुए, किसानों ने सरकार से आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। किसानों का आंदोलन एक बार फिर तेज हो गया है।
किसानों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
- तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए
- एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाए
- स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए
सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। लेकिन किसानों का कहना है कि वे तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता।
Farmers Protest 2024 : दिल्ली कूच और भारत बंद
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा समेत 26 किसान संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इन संगठनों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे 16 फरवरी को भारत बंद करेंगे। इस दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे और सार्वजनिक परिवहन भी बाधित होगा।
Farmers Protest 2024 : हरियाणा सरकार की तैयारी
हरियाणा सरकार ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पंजाब-हरियाणा सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
सुरक्षा बलों की तैनाती:
- ज्यादा से ज्यादा तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
- पुलिस के साथ पंजाब हरियाणा सीमा पर बीएसएफ और आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है।
- अंबाला में धारा-144 लागू कर दी गई है।
- पटियाला से अंबाला आने-जाने वाली रोड का रूट डायवर्ट कर दिया गया है।
- सोनीपत, झज्जर, पंचकूला और कैथल में भी धारा-144 लागू कर दी गई है।
- हरियाणा के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है।
- बल्क में एसएमएस भेजने को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
Farmers Protest 2024 : पंजाब के किसानों का ऐलान
पंजाब के किसानों ने ऐलान किया है कि वे 10 हजार ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में दाखिल होंगे। इसके लिए शंभू बॉर्डर, डबवाली और खनौरी बॉर्डर को चुना गया है।
Farmers Protest 2024 : धारा-144 लागू
पंजाब के किसानों को हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाने से रोकने के लिए अंबाला में धारा-144 लागू कर दी गई है।
Farmers Protest 2024 : चार प्रमुख हाईवे बंद किए जा सकते हैं
अगर स्थिति बिगड़ी तो अंबाला-चंडीगढ़ नैशनल हाइवे-152, अंबाला-हिसार नैशनल हाइवे-65, पानीपत-जालंधर नैशनल हाइवे-44 और अंबाला-काला अंब नैशनल हाइवे-344 को भी बंद किया जा सकता है।
पंजाब-हरियाणा सीमा सील:
- पंजाब और हरियाणा सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
- शंभू बॉर्डर, डबवाली और खनौरी बॉर्डर को सीमेंट की बैरिकेडिंग और कंटीली तारें लगाकर पूरी तरह सील कर दिया गया है।
- घग्गर नदी के ऊपर बने ब्रिज को भी बंद कर दिया गया है।
- बहादुरगढ़ में पांच लेयर की सुरक्षा के इंतजाम किये गए हैं।
- टीकरी बॉर्डर पर कंटीले तार और सिमेंटिड बैरिकेड लगाए गए हैं।
ट्रैफिक एडवायजरी:
- हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की है।
- इस में लोगों को पंजाब जाने से बचने की सलाह दी गई है।
- स्थिति बिगड़ी तो अंबाला-चंडीगढ़ नैशनल हाइवे-152, अंबाला-हिसार नैशनल हाइवे-65, पानीपत-जालंधर नैशनल हाइवे-44 और अंबाला-काला अंब नैशनल हाइवे-344 को भी बंद किया जा सकता है।
Farmers Protest 2024 : किसानों और केंद्र सरकार की बैठक
किसानों और केंद्र सरकार के बीच दूसरे दौर की बैठक 12 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी। बैठक में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल होंगे।
- किसानों और केंद्र सरकार के बीच दूसरे दौर की बैठक 12 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी।
- बैठक में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शामिल होंगे।
- उल्लेखनीय है कि आठ फरवरी को किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों की एक दौर की बैठक हो चुकी है।
- उस दौरान बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने कहा था कि किसान संगठनों की ओर से जो मांगें दी गई हैं कि उन पर विचार करने के लिए 13 से पहले वह एक और बैठक करेंगे।
निष्कर्ष:
किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध अभी भी जारी है। किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और सरकार ने अभी तक उनकी मांगों को नहीं माना है। देखना होगा कि 12 फरवरी को होने वाली बैठक में किसानों और सरकार के बीच समझौता हो पाएगा या नहीं, यह तो समय ही बताएगा।
तो दोस्तों, यह थी Farmers Protest Reason 2024 से संबंधित पूरी जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए niralatimes.com के साथ जुड़े रहे।
Farmers Protest 2024 से जुड़े अहम सवाल (FAQs)
1. किसानों की मुख्य मांगें क्या हैं?
किसानों की मुख्य मांगें हैं:
- तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।
- एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाए।
- स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए।
2. सरकार ने किसानों की मांगों पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
सरकार ने कहा है कि वह किसानों की मांगों पर विचार करने को तैयार है।
3. यदि सरकार और किसानों के बीच बातचीत विफल होती है, तो क्या होगा?
यदि सरकार और किसानों के बीच बातचीत विफल होती है, तो आंदोलन और तेज हो सकता है।
4. किसान आंदोलन का देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
किसान आंदोलन का देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
5. किसान आंदोलन का भविष्य क्या है?
किसान आंदोलन का भविष्य सरकार और किसानों के बीच बातचीत के परिणाम पर निर्भर करता है।