Made with AI Labeling Features : Meta, फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी, ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी मई 2024 से अपने नियमों में बदलाव करते हुए AI-Generated Content को लेबल करने की शुरुआत करेगी। इसका मतलब है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर यूजर्स को AI-Generated Videos, Images और Audios को आसानी से पहचानने में मदद मिलेगी।
मेटा के ओवरसाइट बोर्ड ने कंपनी को AI-Generated Content को अपने नियमों में शामिल करने की सलाह दी थी। यह कदम डीपफेक (Deepfake) और गलत सूचना के प्रसार को रोकने में मददगार होगा।
AI-Generated Content को “Made with AI” लेबल दिया जाएगा। मेटा पहले से ही AI-Generated Image को “Imagined with AI” लेबल देता है, लेकिन अब यह लेबलिंग सिस्टम और अधिक स्पष्ट होगा। मेटा ने यह भी बताया है कि वह दूसरी कंपनियों के Generative AI Tools से बनी तस्वीरों को पहचानने का तरीका भी ढूंढ चुकी है। हालांकि, यह सुविधा कब से लागू होगी, इसकी अभी जानकारी नहीं है।
यह बदलाव फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर लागू होगा। वॉट्सऐप और अन्य सेवाओं के लिए अलग नियम हैं।
आइए, इस बदलाव के बारे में विस्तार से जानते हैं:
AI-Generated Content क्या है?
AI-Generated Content वह कंटेंट है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके बनाया जाता है। इसमें AI-Generated इमेज, वीडियोज, ऑडियो और टेक्स्ट शामिल हैं।
AI-Generated Content का उपयोग कई तरह के उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि:
- विज्ञापन: AI-Generated इमेज और वीडियोज का उपयोग आकर्षक विज्ञापन बनाने के लिए किया जा सकता है।
- मनोरंजन: AI-Generated Content का उपयोग फिल्मों, टीवी शो और वीडियो गेम में किया जा सकता है।
- शिक्षा: AI-Generated Content का उपयोग शैक्षिक सामग्री बनाने के लिए किया जा सकता है।
डीपफेक (Deepfake) क्या है?
डीपफेक (Deepfake) एक प्रकार का AI-Generated वीडियो है जिसे किसी व्यक्ति को ऐसा दिखाने के लिए हेरफेर किया जाता है जैसे वह कुछ ऐसा कह रहा हो या कर रहा हो जो उसने कभी नहीं कहा या किया। डीपफेक (Deepfake) का उपयोग गलत सूचना फैलाने और लोगों को धोखा देने के लिए किया जा सकता है।
Made with AI Label क्या है?
“Made With AI” Lebel AI Tools का उपयोग करके बनाए गए वीडियोज, इमेज और ऑडियो को पहचानने में मदद करेगा। यह लेबल दर्शकों को यह बताने के लिए उपयोग किया जाएगा कि सामग्री AI द्वारा बनाई गई है और यह वास्तविक नहीं हो सकती है।
Made with AI Label क्यों महत्वपूर्ण है?
डीपफेक (Deepfake) तकनीक का उपयोग करके बनाई गई तस्वीरें, वीडियो और ऑडियो अक्सर वास्तविक दिखते हैं। “Made with AI” लेबल दर्शकों को यह पहचानने में मदद करेगा कि वे AI द्वारा बनाई गई सामग्री देख रहे हैं और उन्हें यह सोचने से रोकेगा कि यह वास्तविक है। यह गलत सूचना और धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगा।
लेबल कैसे काम करेगा?
- AI-Generated Image को ‘Imagined with AI’ Label दिया जाएगा।
- AI-Generated Video को ‘Video created with AI’ Label दिया जाएगा।
- AI-Generated Audio को ‘Audio created with AI’ Label दिया जाएगा।
मेटा ने कहा है कि यह लेबलिंग सिस्टम धीरे-धीरे लागू किया जाएगा। कंपनी पहले अपने स्वयं के एआई टूल्स द्वारा बनाई गई सामग्री को लेबल करेगी। बाद में, यह अन्य कंपनियों के एआई टूल्स द्वारा बनाई गई सामग्री को भी लेबल करने में सक्षम होगा।
मेटा ने यह भी कहा है कि वह एआई-जनित सामग्री को हटाने के लिए अपने नियमों को अपडेट करेगा। कंपनी ने कहा कि वह ऐसी सामग्री को हटा देगी जो “हानिकारक” या “भ्रामक” हो।
Meta “Made with AI” लेबल कैसे लागू करेगा?
Meta AI Tools का उपयोग करके बनाई गई सामग्री को पहचानने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करेगा। कंपनी अन्य कंपनियों के Generative AI Tools से बनी तस्वीरों को पकड़ने के लिए भी काम कर रही है।
यह लेबल दर्शकों को AI द्वारा बनाई गई सामग्री के बारे में अधिक जागरूक बना देगा। यह दर्शकों को यह पहचानने में मदद करेगा कि वे क्या देख रहे हैं और गलत सूचना और धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
Made with AI Label कब से लागू होगा?
यह लेबल मई 2024 से Facebook, Instagram और Threads पर लागू होगा। WhatsApp और अन्य सेवाओं के लिए अलग-अलग नियम होंगे।
मेटा का यह बदलाव क्यों महत्वपूर्ण है?
डीपफेक एक प्रकार का वीडियो है जिसमें किसी व्यक्ति के चेहरे को दूसरे व्यक्ति के शरीर पर लगाया जाता है। इसका उपयोग अक्सर गलत सूचना फैलाने या किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है।
मेटा का यह बदलाव AI-Generated Content और डीपफेक (Deepfake) को पहचानने में यूजर्स की मदद करेगा कि वे जो देख रहे हैं वह वास्तविक है या नहीं। यह बदलाव लोगों को ऑनलाइन जानकारी के बारे में अधिक सचेत रहने में भी मदद करेगा।
निष्कर्ष:
“Made With AI” Lebel AI द्वारा बनाई गई सामग्री को पहचानने में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह लेबल गलत सूचना और धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगा और दर्शकों को ऑनलाइन सुरक्षित रहने में मदद करेगा।
तो दोस्तों, यह थी Meta के Made with AI Labeling Features से संबंधित जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Nirala Times और Whatsapp, Telegram को ज्वाइन करें। इसके अलावा, आप हमारे सोशल मीडिया अकाउंट को भी फॉलो करें ताकि आपको खबरों के ताजा अपडेट मिलते रहें।