Monsoon 2024 in India : गरमी से परेशान उत्तर भारतवासियों के लिए राहत की खबर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले तीन से चार दिनों के दौरान ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है।
देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी (Heat Wave) से जूझ रहे लोग मानसून (Monsoon 2024) के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में गर्मी अपने चरम पर है, और इन क्षेत्रों में मानसून का आगमन बहुत महत्वपूर्ण है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हाल ही में इन राज्यों में मानसून के आने की तारीखों की घोषणा की है। आइये जानते है विस्तार से..
Monsoon 2024 Date : मानसून का आगमन कब और कहां?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IM) के अनुसार, मानसून अगले तीन से चार दिनों के भीतर ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, बिहार और झारखंड में मानसून 16-18 जून तक, उत्तर प्रदेश में 20-30 जून तक और दिल्ली में 27 जून के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। यह राष्ट्रीय राजधानी के लिए सामान्य शुरुआत की तारीख है।
Monsoon 2024 Date : मौसम विभाग (IMD) के अनुसार
- ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी: 15 जून तक
- बिहार और झारखंड: 16-18 जून तक (Monsoon 2024 Bihar & Jharkhand)
- उत्तर प्रदेश: 20-30 जून तक (Monsoon 2024 Uttar Pradesh)
- दिल्ली: 27 जून के आसपास (Monsoon 2024 Delhi)
उत्तर भारत में मौजूदा मौसम की स्थिति
उत्तर भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में इस समय Heat Wave का प्रकोप है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी (Heat Wave) देखी गई है। पश्चिमी झारखंड, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली, पंजाब, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। उत्तर प्रदेश के कानपुर में सबसे अधिक 47.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
Monsoon Update : दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मौसम का पूर्वानुमान
पूर्व पृथ्वी विज्ञान सचिव माधवन राजीवन ने कहा कि सामान्य प्रगति के बाद Monsoon 2024 का क्रम भंग हो रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर कहा, “अगले 8-10 दिनों में बहुत ज्यादा प्रगति की उम्मीद नहीं है, इसलिए उत्तर भारत में इसकी शुरुआत में देरी हो सकती है। इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत उत्तर भारत में अत्यधिक तापमान (High Temperature) और लू (Heat Stroke) चलने की संभावना है।”
Monsoon Update:
After a normal progress, monsoon is going into a hiatus mode. Not much progress expected next 8-10 days, thus delaying onset over north India. This cause extreme temps & heat waves over north India, including Delhi, UP and Bihar.
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— Madhavan Rajeevan (@rajeevan61) June 11, 2024
उत्तर भारत में गर्मी का कारण
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली गर्म हवाएं बंगाल की खाड़ी के ऊपर कमजोर मानसून पर हावी हो रही हैं। ये हवाएं मध्य और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में गर्म मौसम (Hot weather) की स्थिति को बढ़ा रही हैं। गर्मी की वजह से जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोग मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
मानसून की देरी का असर
मानसून की देरी का सीधा असर खेती-किसानी पर पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्यों में मानसून 2024 का समय पर आना बेहद महत्वपूर्ण है। किसान, धान की रोपाई के लिए मानसून पर निर्भर रहते हैं, और इसकी देरी से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, जलाशयों में पानी की कमी (Water Shortage) भी चिंता का कारण बन सकती है।
संभावित प्रभाव और तैयारी
मानसून की देरी के कारण भीषण गर्मी (Heat Wave) से राहत नहीं मिल रही है। लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक आदि। सरकार और स्थानीय प्रशासन को भी इसके लिए तैयार रहना होगा और लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करनी होगी।
मानसून की तैयारी: क्या करें और क्या न करें?
- हाइड्रेटेड रहें: अधिक से अधिक पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें।
- घर के अंदर रहें: अत्यधिक गर्मी में बाहर जाने से बचें और यदि आवश्यक हो तो हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
- प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार रहें: मानसून के दौरान बाढ़ और जलभराव की स्थिति बन सकती है, इसलिए इसके लिए पहले से तैयार रहें।
- कृषि संबंधी तैयारी: किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय करें और मानसून की जानकारी पर नजर रखें।
निष्कर्ष
भारत के अधिकांश हिस्सों में Monsoon 2024 का इंतजार है और इसकी देरी से भीषण गर्मी (Heat Wave) की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में मानसून के आगमन की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, और लोगों को इसके आने का बेसब्री से इंतजार है। मानसून की देरी का असर कृषि, जलाशयों और स्वास्थ्य पर पड़ सकता है, इसलिए सभी को इसके लिए तैयार रहना होगा।
तो दोस्तों, यह थी Monsoon 2024 Forecast से संबंधित जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Nirala Times और Whatsapp, Telegram को ज्वाइन करें। इसके अलावा, आप हमारे सोशल मीडिया अकाउंट को भी फॉलो करें ताकि आपको खबरों के ताजा अपडेट मिलते रहें।
Monsoon 2024 Forecast से सम्बंधित प्रश्न (FAQs)
मानसून का आगमन कब होता है?
मानसून का आगमन आमतौर पर जून के मध्य से जुलाई की शुरुआत तक होता है।
मानसून की देरी का कारण क्या है?
मानसून की देरी का कारण उत्तर-पश्चिम से आने वाली गर्म हवाएं हो सकती हैं जो बंगाल की खाड़ी के ऊपर कमजोर मानसून पर हावी हो रही हैं।
भीषण गर्मी से कैसे बचें?
भीषण गर्मी से बचने के लिए अधिक पानी पिएं, घर के अंदर रहें, और हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
मानसून का खेती पर क्या प्रभाव पड़ता है?
मानसून का समय पर आना खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से धान की फसलों के लिए। इसकी देरी से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
मानसून की देरी से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?
मानसून की देरी से भीषण गर्मी बनी रहती है, जिससे डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
मानसून के दौरान क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
मानसून के दौरान बाढ़ और जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें, और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।