Paytm Layoff 100 Employees : भारतीय फिनटेक दिग्गज पेटीएम ने एक बड़े फैसले में 1000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है। इस कदम से कंपनी के विभिन्न विभागों, जिनमें ऑपरेशंस, सेल्स और इंजीनियरिंग शामिल हैं। कंपनी ने बताया है कि यह कदम दक्षता (कार्यक्षमता) बढ़ाने और लागत कम करने के लिए उठाया गया है।
दक्षता (कार्यक्षमता) बढ़ाने के नाम पर AI का सहारा
PAYTM का कहना है कि वह अपने कार्यों को स्वचालित करने और दोहराए जाने वाले कामों को कम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) Artifical Intelligence को तेजी से अपना रहा है। कंपनी का मानना है कि AI के जरिए दक्षता (कार्यक्षमता) बढ़ेगी और लागत कम होगी। हालांकि, इस कदम का खामियाजा कई कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवाकर भुगतना पड़ा है।
छोटे कर्ज का खेल हुआ कमजोर
नौकरियों में कटौती के अलावा, पेटीएम ने हाल ही में 50,000 रुपये से कम के लोन वितरित करने पर भी रोक लगा दी है। इसका मतलब है कि कंपनी अब छोटे कर्ज देने के कारोबार से काफी हद तक पीछे हट रही है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनसिक्योर्ड लेंडिंग पर लगाए गए सख्त नियमों को इस फैसले के पीछे का कारण बताया जा रहा है।
बाजार में घबराहट, शेयरों में गिरावट
पेटीएम के कर्मचारियों की छंटनी और छोटे कर्ज के कारोबार को कम करने के फैसले से वित्तीय बाजार में अशांति फैल गई है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने कंपनी की रेटिंग ‘बाय’ से ‘न्यूट्रल’ कर दी है और स्टॉक मूल्य लक्ष्य 1250 रुपये से घटाकर 840 रुपये कर दिया है। इससे साफ है कि निवेशकों का पेटीएम में भरोसा कम हुआ है।
चुनौतियों का पहाड़, भविष्य अनिश्चित
पेटीएम के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण है। कंपनी को न केवल अपने खर्चों को कम करना होगा, बल्कि AI को अपनाने से प्रभावित कर्मचारियों के लिए भी उचित व्यवस्था करनी होगी। साथ ही, कंपनी को बाजार का विश्वास भी जीतना होगा। यह देखना होगा कि आने वाले समय में पेटीएम इन चुनौतियों का सामना कैसे करती है और अपना भविष्य किस तरह सुरक्षित करती है।