Rajya Sabha Election 2024 : 15 राज्यों की 56 सीटों पर सियासी घमासान, 27 फरवरी को होगा खुलासा

Nirala Times - News Desk
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Rajya Sabha Election 2024, Date, Seats
Highlights
  • 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होगा।
  • भाजपा के लिए ये चुनाव चुनौतीपूर्ण, कई राज्यों में अपने सांसदों को बचाना होगा
  • कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, आदि अन्य विपक्षी दलों के लिए भी ये चुनाव महत्वपूर्ण
  • 56 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है।

Rajya Sabha Election 2024 : भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) के लिए 27 फरवरी को मतदान की घोषणा की है। इन सीटों पर चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले होगा।

राज्यसभा चुनाव की घोषणा (Rajya Sabha Election 2024)

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) पर होने वाले चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। भाजपा के लिए ये चुनाव चुनौतीपूर्ण होंगे क्योंकि उन्हें कई राज्यों में अपने सांसदों को बचाना होगा। इन सीटों पर चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले होगा। उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश इन राज्यों में चुनाव होने हैं। मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे।

इन 56 सीटों में से 50 सदस्य दो अप्रैल को और छह सदस्य तीन अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे। चुनाव से पहले सभी राज्यों में राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। सभी दल अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने में जुटे हुए हैं।

मुख्य बिंदु:

  • चुनाव आयोग ने 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) के लिए 27 फरवरी को मतदान की घोषणा की है।
  • इन सीटों पर चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले होगा।
  • इन सीटों पर 50 सदस्य दो अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे, जबकि छह सदस्य तीन अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे।
  • जिन राज्यों से सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और राजस्थान शामिल हैं।
  • चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, आंध्र प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats), बिहार में छह सीटों, छत्तीसगढ़ में एक सीट पर, गुजरात में चार सीटों, हरियाणा में एक सीट पर, हिमाचल प्रदेश में एक सीट पर, कर्नाटक में चार सीटों, मध्य प्रदेश में पांच सीटों, महाराष्ट्र में छह सीटों, तेलंगाना में तीन सीटों, उत्तर प्रदेश में 10 सीटों, उत्तराखंड में एक सीट पर, पश्चिम बंगाल में पांच सीटों, ओडिशा में तीन सीटों और राजस्थान में तीन सीटों पर चुनाव होने हैं।
  • जिन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल इस साल समाप्त हो रहा है, उनमें अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह आदि का नाम शामिल है।
  • भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल भी इसी साल खत्म हो रहा है। जेपी नड्डा अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। अब जेपी नड्डा को हिमाचल प्रदेश से अलग किसी अन्य राज्य से चुनाव लड़ना होगा क्योंकि वहां भाजपा आंकड़ों में कांग्रेस से पिछड़ गई है।

मतदान की तारीखों की घोषणा (Rajya Sabha Election 2024 Date)

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India)ने सोमवार को 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) पर चुनाव की तारीखों की घोषणा की। मतदान 27 फरवरी को होगा, जबकि मतगणना 1 मार्च को होगी।

Rajya Sabha Election 2024 Seats

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 10 सीटें (Rajya Sabha Election in U. P.)

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 10 राज्यसभा सीटें (Rajya Sabha Seats) हैं। इन सीटों पर भाजपा, सपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर की उम्मीद है। भाजपा के पास फिलहाल इनमें से 7 सीटें हैं, जबकि सपा के पास 2 और कांग्रेस के पास 1 सीट है।

बिहार और महाराष्ट्र में भी 6-6 सीटें 

बिहार और महाराष्ट्र में भी 6-6 राज्यसभा सीटें (Rajya Sabha Seats) हैं। इन सीटों पर भाजपा, राजद और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर की उम्मीद है। बिहार में भाजपा के पास फिलहाल 4 सीटें हैं, जबकि राजद के पास 2 और कांग्रेस के पास 1 सीट है। महाराष्ट्र में भाजपा के पास फिलहाल 3 सीटें हैं, जबकि शिवसेना के पास 2 और कांग्रेस के पास 1 सीट है।

मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी 5-5 सीटें

मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी 5-5 राज्यसभा सीटें (Rajya Sabha Seats) हैं। इन सीटों पर भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीधी टक्कर की उम्मीद है। मध्य प्रदेश में भाजपा के पास फिलहाल 4 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास 1 और टीएमसी के पास 0 सीट है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी के पास फिलहाल 5 सीटें हैं, जबकि भाजपा के पास 2 और कांग्रेस के पास 2 सीटें हैं।

चुनाव में शामिल राज्य और सीटें

  • उत्तर प्रदेश – 10 सीटें
  • बिहार – 6 सीटें
  • महाराष्ट्र – 6 सीटें
  • मध्यप्रदेश – 5 सीटें
  • पश्चिम बंगाल – 5 सीटें
  • कर्नाटक – 4 सीटें
  • गुजरात – 4 सीटें
  • आंध्र प्रदेश – 3 सीटें
  • ओडिशा – 3 सीटें
  • छत्तीसगढ़ – 1 सीट
  • हरियाणा – 1 सीट
  • हिमाचल प्रदेश – 1 सीट

मतदान की प्रक्रिया

राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2024) के लिए नामांकन 15 फरवरी तक किए जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को होगी। उम्मीदवार 20 फरवरी तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे।

चुनावी रणनीति

चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी रणनीति तैयार कर ली है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इन चुनावों में भारी बहुमत की उम्मीद है। भाजपा के पास इन 56 सीटों में से 27 सीटें हैं।

विपक्षी दलों को भी इन चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (TMC), समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) जैसे दल इन चुनावों में भाजपा को चुनौती देने की तैयारी में हैं।

चुनाव की चुनौतियां

भाजपा के लिए ये चुनाव चुनौतीपूर्ण होंगे क्योंकि उन्हें कई राज्यों में अपने सांसदों को बचाना होगा। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इन सभी राज्यों में भाजपा का सत्तारूढ़ दल है, लेकिन इनमें से कुछ राज्यों में कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों की ताकत बढ़ रही है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के पास 313 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 403 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, राज्य में भाजपा के खिलाफ भी एक मजबूत विपक्ष है। समाजवादी पार्टी के पास 111 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 2 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, बसपा और अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

बिहार में भाजपा के पास 77 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 243 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, बिहार में भी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। राष्ट्रीय जनता दल के पास 80 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 16 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, विकासशील इंसान पार्टी और अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

महाराष्ट्र में भाजपा के पास 106 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 288 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, महाराष्ट्र में भी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। शिवसेना के पास 55 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

गुजरात में भाजपा के पास 112 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 182 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, गुजरात में भी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। कांग्रेस के पास 77 विधायक हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के पास 2 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

मध्य प्रदेश में भाजपा के पास 107 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 230 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, मध्य प्रदेश में भी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। कांग्रेस के पास 96 विधायक हैं, जबकि बसपा के पास 2 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

राजस्थान में भाजपा के पास 73 विधायक हैं, जो राज्य की कुल 200 विधायकों में से बहुमत है। लेकिन, राजस्थान में भी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं, जबकि बसपा के पास 2 विधायक हैं। इन दोनों दलों के अलावा, अन्य छोटे दलों के पास भी कुछ विधायक हैं।

छत्तीसगढ़ में, भाजपा के पास 27 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 69 विधायक हैं। राज्य में भाजपा का एकमात्र विधायक है, लेकिन कांग्रेस के पास बहुमत है।

चुनाव के परिणाम

इन चुनावों के परिणामों से यह पता चलेगा कि भाजपा और अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों की स्थिति क्या है। इन चुनावों के परिणाम अगले आम चुनावों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत होंगे।

विपक्ष के लिए चुनौतियां

विपक्ष के लिए भी ये चुनाव चुनौतीपूर्ण होंगे। उन्हें भाजपा के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाने की जरूरत है। अगर विपक्ष भाजपा को हराने में सफल होता है, तो यह अगले आम चुनावों में भाजपा के लिए एक बड़ा झटका होगा।

राजनीतिक समीकरणों पर असर

इन 56 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) पर होने वाले चुनाव के परिणामों से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के राजनीतिक समीकरणों पर भी असर पड़ने की संभावना है। इन सीटों पर जीतने वाली पार्टियों की संख्या और सीटों का अनुपात बदलने से संसद के उच्च सदन में उनकी स्थिति मजबूत या कमजोर हो सकती है।

निष्कर्ष

15 राज्यों में होने वाले राज्यसभा चुनाव देश की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन चुनावों के परिणामों से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दलों के बीच सियासी समीकरणों में भी बदलाव हो सकता है।

तो दोस्तों, यह थी Rajya Sabha Election 2024 से संबंधित पूरी जानकारी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें। ऐसे ही खबरे पढ़ने के लिए niralatimes.com के साथ जुड़े रहे।

Rajya Sabha Election 2024 से जुड़े अहम सवाल (FAQs)

  1. कौन-कौन से राज्यों में राज्यसभा चुनाव 2024 हो रहे हैं?

उत्तर: 15 राज्यों में कुल 56 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश (10 सीटें), बिहार और महाराष्ट्र (6-6 सीटें), मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल (5-5 सीटें), कर्नाटक और गुजरात (4-4 सीटें), आंध्र प्रदेश और ओडिशा (3-3 सीटें), छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश (1-1 सीट) शामिल हैं।

  1. राज्यसभा चुनाव 2024 कब हैं?

उत्तर: मतदान 27 फरवरी 2024 को होगा।

  1. नतीजे कब घोषित किए जाएंगे?

उत्तर: नतीजे भी 27 फरवरी 2024 को ही घोषित किए जाएंगे।

  1. राज्यसभा चुनाव किसके लिए होते हैं?

उत्तर: राज्यसभा चुनाव भारत की संसद के ऊपरी सदन के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए होते हैं। ये प्रतिनिधि राज्यों की विधानसभाओं द्वारा चुने जाते हैं।

  1. कौन चुनाव लड़ सकता है?

उत्तर: कोई भी भारतीय नागरिक जो कम से कम 30 साल का हो और संसद के किसी भी सदन का सदस्य न हो, चुनाव लड़ सकता है। कुछ शैक्षिक और पेशेवर योग्यताएं भी पूरी करनी होती हैं।

  1. चुनाव प्रक्रिया क्या है?

उत्तर: उम्मीदवार नामांकन दाखिल करते हैं, जिनकी जांच होती है। फिर नाम वापसी का समय होता है। उसके बाद मतदान होता है, जो गुप्त मतदान होता है। विधानसभा सदस्य अपने वोट राज्यसभा के उम्मीदवारों के लिए डालते हैं।

  1. इस बार के चुनावों का क्या महत्व है?

उत्तर: ये चुनाव 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले हो रहे हैं और इसलिए काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इन चुनावों के परिणामों से ऊपरी सदन में पार्टियों की ताकत का पता चल सकता है, जो आने वाले चुनावों और नीति निर्माण को प्रभावित कर सकता है।

  1. कौन सी पार्टियां प्रमुख रूप से चुनाव लड़ रही हैं?

उत्तर: सभी प्रमुख राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां राज्यसभा चुनाव में भाग ले रही हैं। भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एआईएडीएमके, डीएमके, शिवसेना आदि कुछ प्रमुख पार्टियां हैं।

  1. चुनाव के नतीजे किस तरह से देश की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं?

उत्तर: ऊपरी सदन में बहुमत किसी पार्टी या गठबंधन को सरकार बनाने और नीतियां पारित करने में मदद कर सकता है। इसलिए, इन चुनावों के परिणामों से अगली सरकार के गठन और देश की राजनीतिक दिशा पर प्रभाव पड़ने की संभावना है।

  1. चुनाव के बारे में और जानकारी कहां से मिल सकती है?

उत्तर: चुनाव आयोग की वेबसाइट, समाचार चैनल और समाचार वेबसाइटों पर चुनाव से जुड़ी सभी जानकारी और अपडेट मिल सकते हैं।

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By Nirala Times News Desk
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