H5N1 Bird Flu Virus : कोरोना से 100 गुना ज्यादा खतरनाक ये नया वायरस, जानिए इसके लक्षण, बचाव और इलाज

Suryadeep - Content Writer
54 Min Read
Bird Flu Virus Kya Hai
  1. H5N1 Bird Flu In Humans: H5N1 Virus, जिसे Bird Flu के रूप में जाना जाता है, कोरोना से भी 100 गुना ज्यादा खतरनाक हो सकता है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह वायरस एक वैश्विक महामारी का कारण बन सकता है। जानिए इसके बारे में सब कुछ।

साल 2020 में कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया को तबाह कर दिया। लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए और लाखों लोगों की मौत हो गई। अभी भी दुनिया इस महामारी से पूरी तरह से उबर नहीं पाई है। इसी बीच, वैज्ञानिकों ने एक और खतरनाक वायरस के बारे में चेतावनी दी है। यह H5N1 (Bird Flu) Virus नाम से जाना जाता है और यह कोरोना वायरस से भी 100 गुना ज्यादा जानलेवा हो सकता है।

Bird Flu Virus क्या है?

Bird Flu Virus Kya Hai

H5N1 Bird Flu वायरस, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा ए वायरस (Avian Influenza A Virus) के नाम से भी जाना जाता है, यह एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जो मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करता है। यह वायरस आमतौर पर मनुष्यों को संक्रमित नहीं करता है, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में यह मनुष्यों में भी संक्रमण फैला सकता है।

यह वायरस 1997 में पहली बार चीन में हंसों में पाया गया था। तब से यह वायरस दुनिया भर के कई देशों में फैल चुका है। H5N1 Bird Flu वायरस आमतौर पर पक्षियों से मनुष्यों में नहीं फैलता है, लेकिन यह संभव है। मनुष्यों में H5N1 Bird Flu Virus के संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं, और इनमें से कई मामलों में लोगों की मौत हो गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक H5N1 Bird Flu Virus बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, इस वायरस से मृत्यु दर लगभग 52% है। इसकी तुलना में, COVID-19 की मृत्यु दर लगभग 0.2% है।

Bird Flu Virus से मनुष्यों में संक्रमण कैसे होता है? (Bird Flu In Humans)

Bird Flu In Human (Image LinkedIn)

हालांकि, जैसा कि बताया गया है, यह वायरस आमतौर पर मनुष्यों को संक्रमित नहीं करता है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह मनुष्यों में भी संक्रमण फैला सकता है। आइए जानें वह कौनसी स्थितियां हैं:

  • संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आना: यह संक्रमण का सबसे आम तरीका है। खासकर मुर्गी पालन फार्मों में काम करने वाले लोग, पोल्ट्री विक्रेता या फिर जंगली पक्षियों से सीधा संपर्क रखने वाले लोगों में इस तरह के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।
  • संक्रमित पक्षियों के मल-मूत्र या लार से दूषित सतहों को छूना: यदि आप किसी ऐसे स्थान पर जाते हैं जहां बीमार पक्षी पाए गए हैं या फिर वहां सफाई का ध्यान नहीं रखा गया है, तो वहां मौजूद दूषित सतहों को छूने से भी यह वायरस फैल सकता है। इसके बाद अगर आप अनजाने में अपने हाथों से आंख, नाक या मुंह को छू लेते हैं तो संक्रमण का खतरा बन जाता है।
  • वायु के माध्यम से संक्रमण (दुर्लभ): कुछ दुर्लभ मामलों में, संक्रमित पक्षी के आसपास हवा में मौजूद वायरस के कणों को सांस के जरिए भीतर ले लेने से संक्रमण फैल सकता है।

Bird Flu Virus के लक्षण क्या हैं? (Bird Flu Symptoms)

Bird Flu Virus से संक्रमण के लक्षण व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ लोगों में तो कोई लक्षण दिखाई नहीं देते, वहीं कुछ लोगों में हल्के से लेकर गंभीर लक्षण तक हो सकते हैं। आइए जानें इसके संभावित लक्षणों के बारे में:

  • हल्के लक्षण (Mild Symptoms) : हल्का बुखार, गले में खराश, बहती या बंद नाक, शरीर या मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, थकान और आंखों का लाल होना (conjunctivitis) इसके हल्के लक्षण हैं। ये लक्षण सामान्य जुकाम या फ्लू के समान हो सकते हैं।
  • गंभीर लक्षण (Severe Symptoms) : तेज बुखार (100°F या 37.8°C से अधिक), सांस लेने में तकलीफ, निमोनिया, दस्त, मितली, उल्टी और दौरे गंभीर लक्षण हैं। गंभीर लक्षणों का अनुभव होने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
  • कम दिखने वाले लक्षण (Less Common Symptoms) : दस्त, मितली, उल्टी, दौरे जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
  • पक्षियों में दिखने वाले लक्षण : पंखों का झड़ना, नाक और मुंह से खून आना, सांस लेने में तकलीफ, दस्त, कमजोरी, अंडे देने में कमी

Bird Flu Virus का पता कैसे लगाया जाता है? (Bird Flu Virus Lab Test)

Bird Flu Virus के संक्रमण का पता सिर्फ लक्षणों के आधार पर नहीं लगाया जा सकता। संक्रमण की पुष्टि के लिए लैब टेस्ट करवाना जरूरी होता है। आमतौर पर नाक या गले से स्वैब लेकर टेस्ट किया जाता है। जल्दी पता लगाने के लिए बीमारी के शुरुआती कुछ दिनों में ही टेस्ट करवाना बेहतर होता है।

बहुत गंभीर रूप से बीमार patients के लिए छाती से भी स्वैब लिया जा सकता है। हालांकि, जो लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं या जिनमें हल्के लक्षण हैं, उनमें वायरस का पता लगाना मुश्किल हो सकता है।

Bird Flu Virus से कैसे बचें?

H5N1 Bird Flu Virus से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • बीमार या मृत पक्षियों को ना छुएं।
  • पक्षियों के मल और बिस्तर को न छुएं।
  • मुर्गी फार्मों में जाते समय मास्क, दस्ताने और चश्मे पहनें।
  • अच्छी तरह से पका हुआ मुर्गा और अंडे ही खाएं।
  • कच्चे या अधपके पोल्ट्री उत्पादों का सेवन न करें।
  • साबुन से नियमित रूप से हाथ धोएं।
  • खेतों और तालाबों से दूर रहें जहां बीमार या मृत पक्षी पाए जा सकते हैं।
  • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढकें।
  • बीमार लोगों से संपर्क में आने से बचें।
  • बीमार होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

Bird Flu का इलाज (Bird Flu Treatment)

आपने शायद सुना होगा कि Bird Flu Virus का कोई इलाज नहीं है। यह बात पूरी तरह सच नहीं है। आइए विस्तार से समझते हैं कि Bird Flu के इलाज में क्या होता है।

लक्षणों का उपचार (Treatment of Symptoms)

Bird Flu का कोई विशेष दवा नहीं है, लेकिन डॉक्टर लक्षणों को कम करने के लिए दवाएं दे सकते हैं। ये दवाएं कुछ इस प्रकार हैं:

  • ज्वरनाशक दवाएं (Antipyretics): ये दवाएं बुखार को कम करने में मदद करती हैं। उदाहरण के लिए, पैरासिटामॉल (paracetamol) या आइबूप्रोफेन (ibuprofen) जैसी दवाएं दी जा सकती हैं।
  • जुकाम की दवाएं (Decongestants): ये दवाएं बंद नाक को खोलने में मदद करती हैं, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।
  • कफ सिरप (Cough syrups): ये दवाएं खांसी और गले की खराश को कम करने में मदद करती हैं।
  • एंटिहिस्टामाइन्स (Antihistamines): ये दवाएं शरीर में हिस्ट胺 नामक रसायन के प्रभाव को कम करती हैं, जो आंखों में खुजली, बहने और नाक बहने का कारण बनता है।

सहायक उपचार (Supportive Care)

  • डॉक्टर संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं भी दे सकते हैं।
  • साथ ही पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जा सकती है। इससे शरीर हाइड्रेटेड रहता है और बलगम पतला होकर बाहर निकलने में आसानी होती है।
  • आराम करना भी बहुत जरूरी है। इससे शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत मिलती है।

गंभीर मामलों में उपचार (Treatment in Severe Cases)

अगर Bird Flu का संक्रमण गंभीर हो जाता है, तो मरीज को अस्पताल में भर्ती कर इलाज की ज़रूरत पड़ सकती है। ऐसे मामलों में मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट या वेंटिलेटर की भी आवश्यकता हो सकती है।

एंटीवायरल दवाएं (Antiviral medications)

कुछ खास तरह के एंटीवायरल दवाएं हैं जो Bird Flu के वायरस को खत्म करने में कारगर हो सकती हैं। हालांकि, इन दवाओं को इस्तेमाल करने का फैसला डॉक्टर ही करते हैं। ये दवाएं हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होती हैं और इन्हें लेने के कुछ साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

H5N1 Bird Flu Virus एक गंभीर खतरा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वायरस म्यूटेट हो सकता है और अधिक संक्रामक और घातक बन सकता है। हमें इस वायरस से बचने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

Bird Flu Virus से इंसानों में संक्रमण का खतरा कम है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। बचाव के उपायों को अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। असामान्य लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

Share This Article
By Suryadeep Content Writer
Follow:
सूर्यदीप एक उत्साही फिल्म प्रेमी हैं जो मनोरंजन फिल्म जगत की सभी नवीनतम खबरों को आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वह Nirala Times पर एक लोकप्रिय लेखक और ब्लॉगर हैं, जहां वह बॉलीवुड, हॉलीवुड और अन्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म उद्योगों से संबंधित समाचारों पर रिपोर्ट करते हैं।
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version